#KVYOTSAV

खफ़ा खफ़ा से लगते हो, ये मैं नही कहती, अहसास तुम खुद बयां करते हो ।
लबों से बात आती है,मुझसे टकराती है,पर नजरें को नजरो से जुदा रखते हो।
ये मैं नही कहती तुम खुद अहसास बयां करते हो।
कुछ पूछो तो पता नही कह कर इतराते हो,
पता है तुम्हे सब, फिर भी गुस्सा होये समझाते हो।
ये मैं नही कहती तुम खुद कह जाते हो।
मुझसे खफ़ा रहकर ,लबो पे मुस्कान तो तुम्हारे भी नही आती।
चैन से नींद के इंतजार मे रात तो तुम्हारी भी बीत जाती।
ये मैं नही कहती, तुम्हारी बेचैनी कह जाती है।
प्यार तो रिहाई चाहता है ,पर तुम गुस्से के गुलाम बन जाते हो,
छुप छुप कर देखते हो मुझे,पर सामने ख़ामोश हो जाते हो,।
ये मैं नही कहती तुम खुद अहसास कराते हो।
हर पल में आदत है मुझे आवाज लगाने की,नाम होठों पर आकर रुक जाता है,
ये मैं नही कहती तुम्हारा मन बतियाता है,।

धन्यवाद

सोनिया चेतन कानूनगों
#soniachetankanoongo

Hindi Poem by Sonia chetan kanoongo : 111161129

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