थाम लेना हाथ मेरा, पीछे जो कभी छूट जाऊं
मना लेना मुझे जब भी, मैं तुमसे रूठ जाऊं
माना कि, मैं हूं थोड़ी सी नादान तो क्या
मैं वो तारा हूं जो आपकी हर आरजू के लिए टूट जाऊं..??

English Shayri by Vineeta Parashar : 111150869
kantibhai M sharma 5 years ago

थाम लेना हाथ मेरा, क्या बात है । बहोत खूब लिखा अभिनंदन शुभकामनाएं

Sunil Chaudhary 5 years ago

waw very very nice line

Aryan Dubey 5 years ago

पीछे नही साथ मे चलोगी मेरे, सारे गम ले लूंगा तेरे, नादान हो फिर भी हो तुम मेरी, टूटने नही दूंगा तुमको, इस जहा की सारी खुशियाँ हो तुम मेरी, ARYAN---%@

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