जब इश्क़ था मुझसे तो बताया क्यों नहीं,
ख़्वाब आँखों से मेरी चुराया क्यों नहीं।
कहते तो हम हद से भी गुज़र जाते पर-
अधिकार तुमने अपना जताया क्यों नहीं।।

अंशुल पाल 'रण'
जीरकपुर, मोहाली(पंजाब)

English Shayri by Anshul Pal : 111064280

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