#प्यारी माँ !
आपकी सादगी ,सरलता औंर दी हुई शिक्षाएं जिनके द्वारा मैंने हर बाधा को सहजता से पार किया ।"माँ " शब्द हर सीमा व शब्दों से परे है ।आपने अपने गुण, आकाक्षाओं को समग्र रूप से मुझमें समाहित कर पूणर्तः प्रदान की है ।मां तुम जब अपनी अमूर्तता को मूर्त रुप मे देखकर आप को अवश्य अच्छा लगता होगा । "माँ" ने संस्कार अच्छे दिए "सुनकर श्रद्धा से मेरा दिल आपको नतमस्तक हो जाता है ।आपके गुणों औंर व्यवहार ने आपको समाज मे सदैव मान व सम्मान दिया है । आशा है इस प्रवाह को अक्ष्क्षुण रखना ही मेरा आपके प्रति मेरा प्यार व सच्चा समर्पण होगा ।। आपकी प्यारी बेटी
।।नमिता ।।