दुःख मे याद आप की आती है ,
गल लग रोना भी चाहती हूँ ...

दुःख मे रोना आता है मुझे
रोती भी हूँ बहुत ...
दुःख मे याद आती है मुझे
याद कर रोती हूँ तुझे ...

सामने देख तुझे
रोना नहीं है मुझे...
क्योकि मुझे दर्द मे देख
मुझसे ज्यादा दर्द होता है तुझे...

खुद को रोते हुए संभाल लायो गई
पर तुझे रोता देख खुद को संभालो गई कैसे🥺-navita

Hindi Romance by navita : 111861016

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