नया साल
नये साल का सूरज
उमंगों के साथ निकल आया,
खुशी और प्यार के लिए
नया विश्वास लाया।
अनंत संभावनाओं में
हमारे चारों ओर
दिशायें खुल गयीं।
नये साल का सूरज
उजाला लिए खड़ा,
और मनुष्य की ईहा
आकाश पर उतर,
क्षितिजों को खोल
उजाले की ओर दौड़ती
सुख के साथ एकाकार हुयी।
हम ज्ञान हैं
स्नेह की लम्बी शाखा,
फूल-फल लिए
नये साल पर अवतरित
साल के उत्तर हैं।
अच्छी लगती है
नये साल की खुशबू,
उसकी लम्बी-चौड़ी मुस्कराहट
बुदबुदाते सपने।
बहता मन
पक्षियों की ऊँची उड़ान,
लोगों का साथ
हरे-भरे सपने,
उड़ते जहाज,दौड़ती रेलगाड़ियां
चलता यातायात
पहाड़ों पर झरती बर्फ
दिन-रात के स्पर्श
ले जाते हैं साल को आगे
उजले क्षितिजों के पास।

2023 की शुभकामनाएं।💐🙏
( एक साल के अन्दर बहुत साल होते हैं।)
* महेश रौतेला

Hindi Poem by महेश रौतेला : 111852306

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