2️⃣8️⃣1️⃣1️⃣2️⃣2️⃣अट्ठाइस नवम्बर दो हज़ार बाइस । सोमवार । शुभ समय । हेमंत ऋतु ।
(१) उम्र का मोड़ चाहे कोई भी हो बस धड़कनों में नशा ज़िंदगी जीने का होना चाहिए ।
(२) सीखना कभी बंद न करें क्योंकि जीवन कभी भी सिखाना बंद नहीं करता ।
(३) प्रशंसा चाहे कितनी भी करो किंतु अपमान सोच समझ कर करना क्योंकि अपमान वो उधार है जो अवसर मिलने पर ब्याज सहित चुकाता है ।
(४) मन की स्थिरता, दिमाग की शांति और मुस्कराहट, जीवन में सबसे अनमोल हैं ।
(५) अपनी उपलब्धियों और प्राप्तियों पर प्रसन्न रहो और किसी के साथ अकारण अपनी तुलना करके अपने जीवन के आनंद को कम मत करो ।
(६) खुशी, थोड़े समय के लिए सब्र देती है लेकिन सब्र हमेशा के लिए खुशी देता है ।
(७) जिंदगी में कभी उदास मत होना, कभी किसी बात पर निराश न होना; ज़िंदगी संघर्ष है चलती रहेगी कभी अपने जीने का अंदाज़ न खोना ।
मतदान अवश्य करें ।
2️⃣8️⃣1️⃣1️⃣2️⃣2️⃣