सारी उम्र जिन रिश्तों पर हम लेबल चिपकाते रहते हैं ....
कि ये फ्रेंड हैं .....
ये बेस्ट फ्रेंड हैं .....
ये बेस्टी हैं......
ये वो हैं ये हैं ना जाने क्या क्या .....
पर सच वाली मुस्कान और खुशी उन रिश्तों में ही होती हैं ......
जिन पर कोई लेबल नहीं लगा होता, जो बेनाम , और स्वतंत्र होते हैं ........😊😊
राधे राधे ......