मुझे परदेस जाना है__कमाने के लिए बच्चों
अगर ख़र्चे की क़िल्लत हो तो उपवास रख लिया करना!

मयस्सर जो हो दस्तर पर___दुआ इफ़्तार की करना
छिपाकर अपनी मम्मी से नमक बस चख लिया करना!

कभी बहन अगर रोये___दिलासा इस तरह देना
मेरी तस्वीर को गोदी में रखकर हँस लिया करना!

कभी इंसान जब कोई___तुम्हें हैवां नज़र आये
लिपट कर माँ के सीने से दुपट्टा ढक लिया करना!

मैं लौटूंगा बहुत जल्दी___तुम्हारी ख़्वाहिशें लेकर
निकलकर घर के आँगन में फ़लक को तक लिया करना...!!!
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Hindi Shayri by Akash Gupta : 111840519

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