आज मातृभारती से जुड़े मुझे एक वर्ष पूरा हो गया। पिछले वर्ष १५ अक्टूबर २०२१ को मातृभारती से जुड़ना मेरे लिए सौभाग्य बन गया। मेरी कहानियों को बहुत प्यार मिला, बहुत आदर सत्कार मिला। इतने कम समय में लाखों पाठक मिले। मेरी कहानियों के प्रति पाठकों का प्यार व स्नेह देखकर और अधिक मेहनत कर लिखने की प्रेरणा भी मिली। मैं हमेशा अपने पाठकों की उम्मीद पर खरा उतरने का कोशिश करूंगी। मैं कामना करती हूँ कि यह प्लेटफॉर्म नित नई ऊँचाइयों को छुए और अधिक सफलता प्राप्त करे। मैं टीम मातृभारती की भी सराहना करती हूँ जो इस तरह निःस्वार्थ भाव से मेहनत कर हम जैसे लेखकों को आगे बढ़ने की एक नई राह दिखा रहे हैं।