एक रिश्ता सादगी का
हर रोज़ पनप रहा है
कुछ मेरे
कुछ बीच तेरे
.
हर रोज़ जो
खूबसूरती से बदल रहा है
शायद कोशिश मे है
कुछ वक्त के फेरे
.
ये मेरी साड़ी सरीखी सी ज़िन्दगी को
मै सँवार तो लूँगी
तुम बस प्लेटे बना दिया करना
साड़ी के मेरे
.
अजीब कश्मकश मे कभी
जो दिखो तुम मुझे
हाथों पे हाथ रख दूँ मै तेरे
.
कभी धुल पढ़ जाए यादों मे कुछ तो
प्रेम की हलकी फूक से
मिल जाएंगे कुछ निशां मेरे ||

Hindi Romance by Alone Soul : 111829479

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