"तुमने वही किया जो तुमने चाहा ,
मैने वही किया जो तुमने चाहा |
जीवन है ही कहाँ , निराधार साँसो
का चलना साँसो की मर्जी से ?
नाहक दोषो से बहुत कोसा है खुद को,
हकीकत अब समझने लगी हूँ |"
#जो_दिखरहा_है_वह_नही |
#हमारे_हाथ_हम_नही |

Hindi Blog by Ruchi Dixit : 111824737

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