करवटे बदलते बदलते
यूं ही रात गुजर रही है.

तू नही है पर तेरी याद
जरूर आ रही है.

कभी कभी सोचता हूँ
कि ये कैसा इश्क़ है तेरा मेरा.

जिसमे दोनो की ही ज़िन्दगी
एक दूसरे के इंतज़ार में
गुजर रही है.



-योगेश कुमार

Hindi Shayri by योगेश कुमार : 111819954

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