यु तो हर पन्ने पे तेरी लिखावट नहीं होती ,
फिर भी किताबों से हमारी आशिकी ख़त्म नही होती.....
हम भी कर लेते इंतज़ार थोड़ासा,
पर, तुझे एकदफा देखने की हमारी ख्वाहिश हि रह जाती.....
माना की तुम ना मिलो हमे ज़िंदगी भर के लिए,
पर अपने सपनो की उस मंज़ील को हमेशा अधूरा पाओगे जो कभी हमारी हुआ करती......
ये हौसला रूहफजाई ना खत्म होगी कब ,
यादों से भरी किताब ना मीट पायेगी सांसे खत्म होने तक......
ये और बात है की तूम ना मिले ज़िंदगी भर के लिए इसका मतलब है की कहानी और लम्बी चलेगी.….…
❤️❤️
Piya❤️