हॉरर अड्डा: नमकहराम का पुरवा- पार्ट थ्री
@ कुमार रहमान
डर के मारे आपके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। वह आदमी साइकिल के पैडल पर पैर ही नहीं मार रहा है। साइकिल अपने आप आगे भागी चली जा रही है। शुरू में आपने इस तरफ ध्यान ही नहीं दिया। धीरे-धीरे साइकिल की रफ्तार तेज होती जा रही है। इस बार फिर आपने कुछ ऐसा देखा कि आपके मुंह से चीख निकलते-निकलते रह गई। साइकिल के पहिए चकरोड को नहीं छू रहे हैं। वह हवा में उड़ी चली जा रही है। इस सर्दी में भी आप मारे खौफ के पसीने से नहा गए हैं।
https://youtu.be/2sUGnNRM7Y8