बात तो सही कही मुस्कुराने की।
कसम उठाली प्रेम निभाने की।।
लड़ने का क्या है सनम इश्क़ में।
हमनें ठानली तुम्हें जिताने की।।

-!~कृष्णा~!

Hindi Shayri by !~कृष्णा~! : 111790345

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