Rushil Dodiya 2 years ago

जब आप की बिंदी और गहरी होगी काली रात चांद पर ठहरी होगी

shekhar kharadi Idriya 2 years ago

वाह..निधि अफ़लातू भावनाएं, सरल-सहज सादगी का शृंगार , बिंदास, उन्मुक्त पंछी जैसी उड़ाने, न कोई बंधन, न कोई पाबंदीया बस पागलपंती, इश्क़ की बेइमानी, ज़िद्दीपन की रवानगी, मौज-मस्ती की तूफ़ानी, दिलों की रूहानी, लड़कपन की उस्मानी, अल्हड़पन की जवानी, घुमने-फिरने की मनमर्ज़ीयां,संग-संग खुशियां बांटने की रीतियां, मस्त मलंग मनमानी तथा प्रेम योद्धाओं की हथियार त्यागने कि ये कहानी । इस लाइन पर हंसा दिया । ग़ज़ब..😃 । तथा बहुत खूबसूरत बयां किया तथा बेपरवाह इश्क़ बेहिसाब दास्तान......❤️🌹👌👌👍👍

Ketan Vyas 2 years ago

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.મનશ્વી. 2 years ago

Butiful think for thote..😊

Shailesh Joshi 2 years ago

બહુ સરસ

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