*मैंने कभी पढा था*
*"पोथी पढ़ पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय,*
*ढाई अक्षर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय।। "*
*बहुत अथक प्रयास के बाद अब पता लगा ये ढाई अक्षर क्या है
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ढाई अक्षर के *ब्रह्मा* और ढाई अक्षर की *सृष्टि*।
ढाई अक्षर के *विष्णु* और ढाई अक्षर की *लक्ष्मी*।
ढाई अक्षर के *कृष्ण* और
ढाई अक्षर की *दुर्गा* और ढाई अक्षर की *शक्ति*।
ढाई अक्षर की *श्रद्धा* और ढाई अक्षर की *भक्ति*।
ढाई अक्षर का *त्याग* और ढाई अक्षर का *ध्यान*।
ढाई अक्षर की *तुष्टि* और ढाई अक्षर की *इच्छा*।
ढाई अक्षर का *धर्म* और ढाई अक्षर का *कर्म*।
ढाई अक्षर का *भाग्य* और ढाई अक्षर की *व्यथा*।
ढाई अक्षर का *ग्रन्थ* और ढाई अक्षर का *सन्त*।
ढाई अक्षर का *शब्द* और ढाई अक्षर का *अर्थ*।
ढाई अक्षर का *सत्य* और ढाई अक्षर की *मिथ्या*।
ढाई अक्षर की *श्रुति* और ढाई अक्षर की *ध्वनि*।
ढाई अक्षर की *अग्नि* और ढाई अक्षर का *कुण्ड*।
ढाई अक्षर का *मन्त्र* और ढाई अक्षर का *यन्त्र*।
ढाई अक्षर की *श्वांस* और ढाई अक्षर के *प्राण*।
ढाई अक्षर का *जन्म* ढाई अक्षर की *मृत्यु*।
ढाई अक्षर की *अस्थि* और ढाई अक्षर की *अर्थी*।
ढाई अक्षर का *प्यार* और ढाई अक्षर का *युद्ध*।
ढाई अक्षर का *मित्र* और ढाई अक्षर का *शत्रु*।
ढाई अक्षर का *प्रेम* और ढाई अक्षर की *घृणा*।

*जन्म* से लेकर *मृत्यु* तक हम बंधे हैं ढाई अक्षर में।
हैं ढाई अक्षर ही *वक़्त* में और ढाई अक्षर ही *अन्त* में।
समझ न पाया कोई भी है रहस्य क्या ढाई अक्षर में..!!
🙏हरि ॐ तत्सत 🙏

Hindi Motivational by Dipti : 111784941

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