नाता तो केवल तुमसे था, है अब , बाकी सारे स्वारथ से भरे , भरी लालसा उनमे , तोड़ रही वह सब , छोड़ रही वह सब नाते ,जो वक्त आने पर रंग बदले , जो वक्त आने पर संग बदले , अच्छा है तुम दिखते जो नही , जो दिखते दुःख का कारण है , फिर लौट रही हूँ भावो मे , जीवन भर जो संबध रचे , बस उनको अब बिसरा देना , बिसरा कर जो आगे हैं बढ़े |

-Ruchi Dixit

Hindi Quotes by Ruchi Dixit : 111780063

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