हूँ एक प्रयास के पथ पर,
हूँ एक विचार के रथ पर ,थोड़ा सा घोड़ा निर्बल है , चलकर आया है एक दिशा , सुस्ता के उठेगा फिर से , विश्वास भर रही हूँ अब | मोड़ रही हूँ उसको , पथ जोड़ रही हूँ उसको |....

-Ruchi Dixit

Hindi Poem by Ruchi Dixit : 111780061

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