My Courageous Poem..!!
यारो उम्र का पडाव
चाहे कोई भी क्यूँ न हो
इन्सान को थोड़ा तो
मस्तीखोर होना चाहिए
वर्ना सीरियस लोगो से
सारे हॉस्पिटल भरे पड़े है
जिसकी मस्ती जिन्दा है
उसी की हस्ती भी जिन्दा है
वर्ना समझ लो की बंदा
सिर्फ जबरदस्ती ही जिन्दा है
तनाव और मस्ती एक ही
पल्ले में कभी न रह पाते है
मिजाज मस्तीखोर होगा
वह कभी तनावग्रस्त न होगा
हर हाल में अविस्मरणीय
पल हस के जो भी जी लेता है
वही हकीम दाकतर मर्ज से
कोसो दूर रह जींदगी जी लेता है
वर्ना रासायनिक खातर से
अनगिनत बिमारी का शिकार है
पहला दुजा तीज़ा चोथा
हर दरज़ात आज बदहाल है
अंत: मस्त रहिए स्वस्थ
रहिए और प्रभु आचरण में रहिए
-Rooh The Spiritual Power