रो रहा है आज मन,रुला रही है जिंदगी।
धीरे-धीरे ही नींद गहरी,सुला रही है जिंदगी।
इच्छा थी कि जी लूँ कुछ पल उसे.....
शेष न बचा!,उस विशेष की दुकान में,
कराह मिल रही, जो चाल चल गयी है जिंदगी।।
#वादाकियाथाहमने
#ए_ज़िंदगी
#कर्मकिएजाओ
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

Hindi Sorry by सनातनी_जितेंद्र मन : 111777657

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