1 योग
योग-गुरू भारत बना, दिया जगत संदेश।
स्वस्थ निरोगी हों सभी, बदलेगा परिवेश।।

2 विवेकानंद
युवा विवेकानंद ने, किया अनोखा काम।
भारत की पहचान दे, दिया विश्व पैगाम।।

3 श्वास
तन में जब तक श्वास है, जीवन की है आस।
जिस दिन हमसे रूठती, मृत्यु नाचती पास ।।

4 अनुलोम
तन-योगी साधक बना, हो अनुलोम-विलोम ।
हर्षित-मन जग में जिए, स्वस्थ निरोगी व्योम।।

5 प्राणायाम
करते प्राणायाम जो, होते स्वस्थ निरोग।
दीर्घ-आयु होते तभी, बनते सभी सुयोग।।

मनोज कुमार शुक्ल " मनोज "
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Hindi Poem by Manoj kumar shukla : 111777121
shekhar kharadi Idriya 2 years ago

स्वामी विवेकानंद जयंती पर उत्कृष्ट प्रस्तुति

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now