मिल जाए अगर वख्त जरा सा
तो याद कर लेना वो लम्हे
जो खुश कर देते थे चहेरे की सुर्खियां को
याद कर लेना वो पल
जो हदय के फनकार को डोलाया करता था
ज़ूम लेना थोड़ा सा दिल की दिल्लगी के लिए
हँसा लेना जरा सा किसी सहमे हुए को
मिल जाएगी दुवाएं किसी को सुकून देने से

-Shree...Ripal Vyas

Hindi Poem by Shree...Ripal Vyas : 111775386

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