जो गर्मियों की शाम में
हवा का इक ख्याल है
वो प्रेम है
सवाल के जवाब में
अजीब सा सवाल है
वो प्रेम है
जो सर्दियों की धूप में
सुकून का एहसास है
वो प्रेम है
जो भीड़ में भी गुम ना हो
जो खर्च करके भी कम ना हो
वो प्रेम है,
वो प्रेम है

Hindi Poem by Misha : 111773924

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