खोने को कुछ रहा नहीं...
पाने को कुछ बचा नहीं।
जो मिल जाये सो अच्छा है,
झूठी खुशियां यहां सस्ती हैं।
मिलती कोने हर बस्ती में,
झूठे नाते भये सच्चे यहां।
फंस जाते अच्छे-अच्छे हैं,
इक मन मालिक सब बच्चे हैं।
#जिंदगी_एक_फ़लसफा
#दार्शनिक_दृष्टि
#सनातनी_जितेंद्र मन
#खोनेकोनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

Hindi Poem by सनातनी_जितेंद्र मन : 111773462

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now