जिंदगी के इम्तहान में ,
ना तो कोई पास है ना तो कोई फेल,
ये तो ऊपरवाले का खेल है,
हम तो बस उस खेल के प्यादे है,
खिलाड़ी तो वो है इस खेल का ,
इसीलिए जिम्मेदार भी,
वहीं है हमारे पास ओर फैल का।

-N¡k¡t@

English Good Night by N¡k¡t@ : 111766786

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now