चेहरे पर गिरी उस लटको देख मैं गिर जाता हूं
उन नैनो को देख मैं उन मैं खो जाता हूं
काजल को देख मैं फिसल जाता हूं
नूर तो ऐसे जैसे शम्मा हो
बस उस कातिल को देख मैं गूम हो जाता हूं

Hindi Shayri by Ajay Shelke : 111766158

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