हम तो मुसाफ़िर हैं कभी न कभी चले ही जायेंगे
तुम चिंता ना कर ,तेरी बेवफ़ाई से कभी न कभी सम्भल ही जायेंगे
तू बदनाम करते फिरना हमें महफ़िलों में
तब तक हम किसी न किसी के हो ही जायेंगे

Hindi Shayri by Prahlad Pk Verma : 111759258

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