इल्जाम तो बेगुनाहों पर भी लग जाता है
यहां सच अक्सर गिड़गिड़ाता ही नज़र आता है,
झूठ बोलने वाले तो अक्सर बातें बनाकर निकल लेते हैं,सच का ही अक्सर गला घोंटा जाता है;
लेकिन जब वक्त का पहिया घूमता है, तो सब कुछ घूम जाता है, जो झूठ आराम से सीना चौड़ा करके निकल लिए था;
वो अब भागा भागा नज़र आता है।।
- Shweta Sharma