My Motherhood Poem...!!
यारो अपनी दूआऔ में असर रखती है
एक माॅ ही हर बच्चे की खबर रखती है
बच्चेके लिए चिडिया सांप से भी लङती है
जिगर के टुकड़े पे मौत तक न्योछावर करती है
वक्त आने पर तो अर्श को भी हिलाती है
एक माॅ ही जाँ-निशार पे जाॅ कुर्बान करती है
झाङौ में गिले बिस्तर पर भी सो जाती है
पर बच्चे की मोहब्बत प्यार से जताती है
नव माह की सिद्दत भी हस के सह जाती है
दर्द जननें का भी खुशी खुशी सह जाती है
एक बच्चे की आमद पे पागल हो जाती है
प्रभु की नायाब रचना ही जहाॅ को चलाती है
-Rooh The Spiritual Power