*"प्रशंसा" में "पिघलना" मत,*
*"आलोचना" से "उबलना" मत,*

*"निस्वार्थ" "भाव" से "कर्म" करिए,*
*कयोंकि इस "धरा" का,*
*इस "धरा" पर,*
*सब "धरा" रह जाएगा....*

*खुश रहे... स्वास्थ रहे*

*आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो...*

Hindi Good Morning by Parmar Narvirsinh : 111758728

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