सोचता तो हूँ
अनन्त से मिला रहूँ,
श्रीकृष्ण जब उस रूप में आयें
तो मैं भी दिख जाऊँ,
श्रीराम जब उस शक्ति में आयें
तो मैं भी खिल जाऊँ,
शिवजी जब तांडव करें
तो मैं भी नाचने लगूँ।

* महेश रौतेला

Hindi Poem by महेश रौतेला : 111757706

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