मैं और मेरे अह्सास

कयां तुम मुजसे प्यार करते हो?
मेरी तरह मुझसे प्यार करते हो?

हथेली पर रखा था मैंने दिल अपना,
कयुं दिल पर हरबार वार करते हो?

दर्शिता

Hindi Poem by Darshita Babubhai Shah : 111757270

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