लाल गुलाब
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किसी प्रेमी का पहला
प्रेम प्रस्ताव हो तुम
काली स्याही से लिपटे
बंद लिफाफे में
प्यार का पहला
अल्फाज़ हो तुम।
तुम्हारी खुशबु से महक जाया करता था
उसका रोम रोम ,
उसके चेहरे की लालिमा
और केश का सृंगार
हो तुम।

-prema

Hindi Poem by prema : 111757209

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