कल इस बज्म में तुम न होगे हम न होंगे ।
आज के चर्चे कल खूब होंगे या न होंगे ।
जिया था इस पल को हमने बस जी भर ।
हमारे यही किस्से तो बस सरेआम होगे  ।

-Alok Mishra

Hindi Shayri by Alok Mishra : 111753291

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