मैं और मेरे अह्सास

मेक आप करना जरूरी है l
खुशी से सजना जरूरी है ll

दिल के पिटारो मे मीठी l
यादो को भरना जरूरी है ll

बेहतरीन मुस्कतबिल को l
खूबसूरत सपना जरूरी है ll

मुकमल जिंदगी जीने के लिए l
कायनात मे अपना जरूरी है ll

हमसफर का हमसाया बनकर l
साथ साथ चलना जरूरी है ll

दर्शिता

Hindi Poem by Darshita Babubhai Shah : 111751648

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