कहीं इस लॉकडाउन में जीवित बहुत दे डिजायर हो गए,
तो कहीं हिम्मत-ए-मर्दा भी कायर हो गए,
थे तो सही शौकीन हम शायरी के,
मगर देखते ही देखते जनाब हम भी शायर हो गए।।

-श्रुति शर्मा

Hindi Poem by Shruti Sharma : 111750588

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