कभी कभी ठोकरें भी अच्छी होती हैं...एक तो रास्ते की रुकावटों का पता चलता है...और दूसरा संभालने वाले हाथ किसके हैं...ये भी पता चलता है !!!



-Amrut

Hindi Book-Review by Amrut : 111749467

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