बस #यादें रह जाती हैं
रात के आगोश में
लिपटी तनहाई के संग
संग चले कुछ कदम
संग बीती हसीन मुलाकाते
दिल मे बसे वो प्यार के पल
कुछ आधे-अधुरे से वादे
वक्त के संग बन के जख्म
दिल में बन के...
बस #यादें रह जाती हैं।
-ख्बती Liba

Hindi Poem by Hemali : 111748794

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