बहुत खूबसूरत होती हैं ,
ये कल्पनायें ,
पहुँच जाती हैं , जहाँ मन चाहे ,
चाहे जब बात कर लो , मिल लो ,
किसी के रोके ,रुकती नहीं ,
ये कल्पनाएँ ,
रूठों को मना दें और
बेजान दिलों में जान डाल दें ,
ये कल्पनायें ।।

Hindi Thought by Shobhna Goyal : 111742639

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now