नया भारत
उची उडान भरी है भारत ने, मंजिल तक जरूर पहोच जायेगा, नयी गति और शाश्वत होगी प्रगति, मेरा भारत वो नयी सोच लायेगा..... (१)
जन जन है समर्पित देश में, होसला ना अब कभी तुट पायेगा, हो रही हैं बातें ये समुचे विश्व में,मेरा भारत वो नयी सोच लायेगा.....(२)
उद्धमि है हर आदमी आज भी, पूजा जाता है हर पत्तथर भी यहाँ, आसथा ना डिगेगी कभी भी अब,मेरा भारत वो नयी सोच लायेगा.....(३)
अतूट है मनोबल और विश्वासी है युवा, हर उचाई पे मेरा तिरंगा लहरायेगा, पुरे विश्व ने ना देखा ना सुना हो, मेरा भारत वो नयी सोच लायेगा.....(४)
हर घर्म और जाति से पहेले भारतीय रहेंगे, आपस में ना कोई मतभेद रहेगा, उठी है चिनगारी तो जवाला बन के रहेगी, मेरा भारत वो नयी सोच लायेगा.....(५)
सिंधु, नर्मदा, गंगे, कावेरी जेसा, पवित्रता का नया दौर आयेगा, हिंदू, मुस्लिम, शीख, ईसाई है भाई, मेरा भारत वो नयी सोच लायेगा.....(६)
Happy Independence Day...

-Dr. Brijesh Mungra

Hindi Poem by Dr. Brijesh Mungra : 111742008

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