गलती हो गई ....
दो पल उन्हों ने हस के बात क्या कर ली हम उन्हें अपना समझ बैठे ,
जमीन से जुड़ कर सितारों के सपने देख बैठे ।
– हेतार्थ

Hindi Shayri by Hetarth Somani : 111740743

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now