🌼⚪🥀⚪💐⚪🌺

*बिकती है ना ख़ुशी कहीं*,
*ना कहीं गम बिकता है..*.

*लोग गलतफहमी में हैं*,
*कि शायद कहीं मरहम बिकता है..*.

*इंसान ख्वाइशों से बंधा हुआ एक जिद्दी परिंदा है,*
*उम्मीदों से ही घायल है और*
*उम्मीदों पर ही जिंदा है...!*

🌺 *सुप्रभात* 🌺
*आज का दिन मंगलमय हो*
-----------------------
Good-Morning
-----------------------

Hindi Good Morning by Gaurang Doshi : 111739363

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now