पतझड़ आए चाहे कितनेही क्यू ना जिंदगीमे,
हर पतझड़ के बाद सावन जरूर जुमता है,

पत्ते, पौधे, फल, टहनियां, नजाने कितना गवाता है,
पतझड़ के आजनेसे कोई पेड़ मर नही ना जाता है।
B+ve
-Krishna

Hindi Blog by Krishna : 111737304

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now