जिन्दगी खोने में लुटाई हासिल कुछ हुआ नहीं ,
जिसे चाहा पाना,वो बिछड़कर मुझे मिला नही ,
तमाम हसरतें दम तोड़ देती हैं मेरी चौखट में ही ,
ख़ुद को हर बार समझा लेता हूं मुझे गिला नहीं ,

शिकायत खुद के नसीब से है सच पूछो तो तुम ,
नासूर ज़ख्मों में कभी मरहम मैंने लगाया नहीं ,
यूं तो जिन्दगी में हर कोई हमदर्द बनकर आया ,
जबरजस्ती किसी को भी गले मैंने लगाया नहीं,

कोशिश की बरसते पानी को सिमेटने की कल ,
भिगा के अरमानों को निकला रोक पाया नहीं ,
फिजूल आरज़ू है किसी को अपने पास रखने की ,
उसका ठिकाना मेरे दिल में क्यों ? बनपाया नहीं ,

Hindi Quotes by Poetry Of SJT : 111736582

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