“फ़कत एक चाँद गवाह था मेरी बेगुनाही का...
और अदालत ने पेशी अमावस की रात को मुकर्रर कर दी"....!!
अजीत सिंह गौतम् ✍️

Hindi Sorry by डा. अजीत सिंह गौतम् : 111733919

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now