याद में उनकी तकिया भिगोते रहे,
सच में हर पल हम
उनको ही खोते रहे,
हम तो बदलते रहे
करवटें रात भर ,
चैन से वो तो
रातों को सोते रहे ।

-राज कुमार कांदु

Hindi Shayri by राज कुमार कांदु : 111727834

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