किताब ए इश्क की दास्तां बस इतनी होती है
टूटता है दिल और आँखें रोती हैं ।
खुशनसीब हैं वो
जिनको उनका प्यार मिला,
बदनसीबों की तो बस
चर्चा ही आम होती है।।

-राज कुमार कांदु

Hindi Shayri by राज कुमार कांदु : 111727277

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