कॉपी के आखरी पन्नो पे लिखे नाम
अब फेसबुक पे ढूंढे नहीं जाते
हमारे स्कुल के दिन वापिस नहीं आते
रिसेस में खाये चाट और बात के मज़े
मेक डी के ज़ायकों में छुपाये नहीं जाते
हमारे स्कुल के दिन वापिस नहीं आते
एक बेंच पे दोस्तों के बिच खींची पेन्सिल की सरहदे
अब दूरियों की लकीर हाथो से मिटा नहीं पाते
हमारे स्कुल के दिन वापिस नहीं आते
सर मेम के निक नेम एक अलग ही नफरत और प्रेम
भला सोशल मिडिया पे ट्रॉल्लिंग किए नहीं जाते
हमारे स्कुल के दिन वापिस नहीं आते
किसी की एक जलक का लुफ्त और उसके ना आने गम
गुड़ मॉर्निंग से गुड नाइट के मेसेजस में पाए नहीं जाते
हमारे स्कुल के दिन क्योँ वापिस नहीं आते !
-Yayawargi